Library Club "PRAGYA" celebrates Hindi Diwas (10th January 2021)
and shares some pics and hindi poems of famous hindi poets
"Maithilisharan Guptji and Mrinalini Ghuleji".
Event Start Date : 10/01/2021 Event End Date 10/01/2021
Library Club "PRAGYA" celebrates Hindi Diwas
Maithili SharanGuptJi
करो अपनी भाषा पर प्यार।
जिसके बिना मूक रहते तुम, रुकते सब व्यवहार।।
जिसमें पुत्र पिता कहता है, पतनी प्राणाधार,
और प्रकट करते हो जिसमें तुम निज निखिलविचार।
बढ़ायो बस उसका विस्तार।
करो अपनी भाषा पर प्यार।।
भाषा विना व्यर्थ ही जाताई श्वरीयभीज्ञान,
सब दानों से बहुत बड़ाहै ईश्वर का यह दान।
असंख्यक हैं इसके उपकार।
करोअपनीभाषापरप्यार।।
यही पूर्वजों का देती है तुमको ज्ञान-प्रसाद,
और तुमहारा भी भविष्य को देगी शुभसंवाद।
बनाओ इसे गले का हार।
करो अपनी भाषा पर प्यार
संस्कृत की एक लाड़ली बेटी है ये हिन्दी।
बहनों को साथ ले कर चलती है ये हिन्दी।
सुंदर है, मनोरम है, मीठी है, सरल है,
ओजस्विनी है और अनूठी है ये हिन्दी।
पाथेय है, प्रवास में, परिचय का सूत्र है,
MrinaliniGhuleji
मैत्री को जोड़ने की सांकलहै ये हिन्दी।
पढ़ने व पढ़ाने में सहज है, ये सुगम है,
साहित्य का असीम सागर है ये हिन्दी।
तुलसी, कबीर, मीरा ने इसमें ही लिखा है,
कवि सूर के सागर की गागर है ये हिन्दी।
वागेश्वरी का माथे पर वरदहस्त है,
निश्चय ही वंदनीय मां-समहै ये हिंदी।
अंग्रेजी से भी इसका कोई बैर नहीं है,
उसको भी अपने पन से लुभाती है ये हिन्दी।
यूं तो देश में कई भाषाएं और हैं
पर राष्ट्र के माथे की बिंदी है ये हिन्दी।